बर्फबारी होने से थल-मुनस्यारी मार्ग पर मंगलवार शाम एक दर्जन से अधिक वाहन फंस गए। 50 से अधिक पर्यटकों ने कालामुनि में भूखे-प्यासे रात गुजारी। रेस्क्यू के लिए अस्कोट से एसडीआरएफ की टीम रात करीब 2 बजे कालामुनि पहुंची, लेकिन यात्रियों ने रात में उनके साथ जाने से मना कर दिया। सुबह को सड़क खुलने पर उन्हें मुनस्यारी ले जाया गया।
मंगलवार शाम पांच बजे बाद थल-मुनस्यारी सड़क पर रातापानी से पातलथौड़ तक छह इंच से अधिक बर्फबारी हुई। इसके चलते स्थानीय और पर्यटकों के 11 वाहन मार्ग में ही फंस गए। स्थानीय यात्री वाहनों से उतरकर पैदल ही 16 किमी बर्फ में चलकर मुनस्यारी पहुंचे। कुछ यात्री कालामुनि से बेटुलीधार तक सात किलोमीटर पैदल चले। इन सभी यात्रियों को मुनस्यारी पुलिस ने रेस्क्यू कर मुनस्यारी पहुंचाया।
आठ साल की प्राची और 64 वर्षीय धाम सिंह भी फंसे
बर्फबारी के कारण थल-मुनस्यारी सड़क पर फंसे लोगों में एक आठ साल की बच्ची प्राची और 64 वर्षीय बुजुर्ग धाम सिंह भी शामिल रहे। पुलिस ने इन दोनों को अन्य लोगों के साथ रेस्क्यू कर मुनस्यारी पहुंचाया।
पर्यटकों का वाहन सड़क से उतरा
पर्यटकों को लेकर मुनस्यारी जा रहा वाहन (यूके 04टीए-2546) थल-मुनस्यारी बर्फ पर रपटकर सड़क से नीचे उतर गया। बताया जा रहा है कि वाहन में तीन पर्यटक थे, गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं पहुंची।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से किया रेस्क्यू
रातापानी में बर्फ में फंसे लोगों को निकालने में मुनस्यारी थाना पुलिस रात 12 बजे तक जुटी रही। मुनस्यारी के थानाध्यक्ष महेश चंद्र जोशी ने स्थानीय लोगों की मदद से लोग मुनस्यारी पहुंचाए।
फंसे वाहनों को निकालने के लिए जब स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो आउट ऑफ रेंज आने से कोई मदद नहीं मिल सकी। इस मौके पर पुलिस कर्मी संजय चौहान, हरिओम सिंह, विक्रम सिंह, प्रेम प्रकाश, आनंद कनवाल मौजूद रहे।
देहरादून में ओले गिरने से फसलों को नुकसान
ओले गिरने से राजधानी के आसपास बड़ी संख्या में फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। राजधानी दून और आसपास के इलाकों में बुधवार को जमकर ओले गिरे थे। इस दौरान बालावाला, बंजारावाला, शिमला बाईपास, प्रेमनगर, कुआंवाला, हर्रावाला क्षेत्र में गेंहू, चना, मसूर, मटर की फसल को नुकसान पहुंचा।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से किया रेस्क्यू
रातापानी में बर्फ में फंसे लोगों को निकालने में मुनस्यारी थाना पुलिस रात 12 बजे तक जुटी रही। मुनस्यारी के थानाध्यक्ष महेश चंद्र जोशी ने स्थानीय लोगों की मदद से लोग मुनस्यारी पहुंचाए।
फंसे वाहनों को निकालने के लिए जब स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो आउट ऑफ रेंज आने से कोई मदद नहीं मिल सकी। इस मौके पर पुलिस कर्मी संजय चौहान, हरिओम सिंह, विक्रम सिंह, प्रेम प्रकाश, आनंद कनवाल मौजूद रहे।
देहरादून में ओले गिरने से फसलों को नुकसान
ओले गिरने से राजधानी के आसपास बड़ी संख्या में फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। राजधानी दून और आसपास के इलाकों में बुधवार को जमकर ओले गिरे थे। इस दौरान बालावाला, बंजारावाला, शिमला बाईपास, प्रेमनगर, कुआंवाला, हर्रावाला क्षेत्र में गेंहू, चना, मसूर, मटर की फसल को नुकसान पहुंचा।
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य धनवीर सिंह राणा ने बताया कि फसलों को पिछले काफी समय से हाथी नुकसान पहुंचा रहे थे। अब कुछ दिन से हाथी शांत है तो ओलों से फसल को नुकसान हो गया है। उन्होंने स्थानीय काश्तकारों के साथ मिलकर जिलाधिकारी को पत्र भेजकर फसल का मुआवजा देने की मांग की।