दुबई से लौटे युवक जबरन अस्पताल में भर्ती करने का बना रहे दबाव



कोरोना संक्रमण को लेकर कुछ लोग अब डॉक्टरों पर लक्षण न होने पर भी जबरन अस्पताल में भर्ती कराने के लिए गए दबाव बनाने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को जिला कोरोनेशन अस्पताल में देखने को मिला। दुबई से लौटे दो युवकों और उनके परिजनों ने डॉक्टरों पर जबरन उन्हें अस्पताल में भर्ती करने के लिए दबाव बनाया। इसे लेकर उन्होंने अस्पताल में हंगामा भी किया।

हालांकि बाद में डॉक्टरों के समझाने पर वह मान गए। डॉक्टरों ने अपील की है कि वह तसल्ली से जांच और उपचार कर रहे हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के जबरन अस्पताल में भर्ती कराने के लिए दबाव डालकर अव्यवस्था ना फैलाएं।

सोमवार को कोरोनेशन असपताल पहुंचे दो युवकों के अभिभावकों ने बताया कि वह हाल ही में दुबई से लौटे हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कर दीजिए। डाक्टरों ने युवकों में कोई लक्षण नहीं होने पर उन्हें 14 दिन आइसोलेशन में रहने की सलाह दी।

जिस पर परिजन हंगामा करने लगे। कोरोना संदिग्धों का इलाज कर रहेवरिष्ठ फिजीशियन डा. एनएस बिष्ट ने युवकों को भर्ती करने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि युवकों में कोरोना जैसे कोई भी लक्षण नहीं थे, इसीलिए उन्हें भर्ती करने की जरूरत नहीं है। उन्हें 14 दिन होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।